आगामी संस्करणों के लिए योगानन्दजी की अभिलाषाएँ यहाँ हम आपको क्या समझाने का प्रयत्न कर रहे हैं सुनिए. जब आप गहरे ध्यान की शान्ति में बैठते हैं, तो आनन्द भीतर से प्रस्फुटित होता है, जो किसी बाह्य प्रोत्साहन से जागृत नहीं होता। ध्यान का आनन्द अभिभूत करने वाला होता है। https://elliottflbqy.fliplife-wiki.com/4440592/facts_about_samadhan_mantra_revealed