क्या इसीलिए परमात्मा ने इंसान को इतना सोचने समझने की शक्ति और भाव दिए थे. जीवन का उद्देश्य, सार यानी अर्थ समझना हर किसी के बस की बात नहीं. इससे आगे की सोच हमारे बस की बात नहीं है. तो क्या बस यही जीवन है? खाना, कमाना और आखिर में https://seymourm520glq4.estate-blog.com/37649819/how-much-you-need-to-expect-you-ll-pay-for-a-good-dhan-vriddhi